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World Environment Day 2023: नहीं मानी आज की पीढ़ी तो दुष्परिणाम भुगतेगी आने वाली पीढ़ी

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World Environment Day 2023: जहां विश्व के अनेक देशों में हर साल की तरह विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जायेगा। वहीं जहाँ के आप निवासी हैं  वहां भी इसको बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। इस अवसर पर एक बार फिर लोग इकठ्ठे होंगे और वही हर साल की तरह बड़ी बड़ी बातें करेंगे और अपने घरों पर चले जायेंगे। इसी तरह के हालात आपके स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी देखे जायेंगे। लेकिन कोई भी आपके आसपास में व्याप्त प्रदूषण की समस्याओं को लेकर बात नही करेगा। नाही इस बात पर कोई चर्चा होगी कि आसपास में हो रहे प्रदूषण और पर्यावरण के खिलवाड़ को किस तरह से रोका जाए।

आज किया जाएगा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक

प्रकृति का स्वरूप प्राकृतिक है मानव अपने सुख सुविधाओं के चलते लगातार प्रकृति के साथ छेड़ छाड़ कर रहा है। दिन प्रतिदिन वह प्रकृति का स्वरूप बिगाड़ने में लगा है। आधुनिकता की ओर बढ़ रहे विश्व में विकास की राह में कई ऐसी चीजों का उपयोग शुरू कर दिया है, जो धरती और पर्यावरण के लिए घातक है।
मानव और पर्यावरण के बीच का संबंध सदियों से बहुत घनिष्ठ है। प्रकृति के बिना जीवन संभव नहीं है। लेकिन इसी प्रकृति को मानव अपने स्वार्थ के चलते नुकसान पहुंचा रहा है। सुखी व स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति की सुरक्षा और पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है। जो जनजीवन को प्रभावित करने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं की भी वजह बन रहा है।

विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) क्यों मनाया जाता है ?

सुखी व स्वस्थ जीवन के लिए प्रकृति की सुरक्षा और पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है, इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रतिवर्ष विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जाता है। इस दिन पर्यावरण को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। भारत सहित सम्पूर्ण विश्व में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाने की शुरुआत 1972 में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून 1972 को स्टॉकहोम में पहला पर्यावरण दिवस मनाया। जिसमें 119 देशों में हिस्सा लिया था।
विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाने की आज के समय में बहुत ही अधिक आवश्यकता है क्योंकि बदलते परिवेश और उच्च तकनीक के कारण प्रदूषण की अधिकता भी बढ़ती जा रही है। जिसे रोकना ही विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य उद्देश्य है। आज के दिन लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है और प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जाता है। जो व्यक्तिगत, सामुदायिक और वैश्विक स्तर पर कार्रवाई को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।  यह दिन आज की पीढ़ी को याद दिलाता है कि अगर प्रकृति को संरक्षित नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ी को इसके दुष्परिणामों को झेलना पड़ेगा।

जल प्रदूषण के  साथ साथ वायु प्रदूषण सबसे खतरनाक

World Environment Day
जल प्रदूषण कि एक झलक
गंदगी की भरमार इतनी है कि साफ जल की सोच भी जहन में आप लेकर नही आ सकते। वही सिंचाई के लिए प्रयोग में आने वाले बंबे भी प्रदूषण की मार को झेल रहे हैं। फैक्ट्रियों का गंदा पानी और अवशेष इनमें डाला जा रहा है। तो कहीं आवासीय कॉलोनियों का पानी इनमें प्रवाहित किया जा रहा है। भूगर्भ में भी गंदे पानी को डाला जा रहा है। आवासीय इलाकों के नालों के भी हालत गंभीर हैं उनमें गंदगी के ढेर लगे पड़े हैं। आखिर कौन इन समस्याओं के लिए जिम्मेदार है। वहीं जिले भर में देखा जाए तो जल प्रदूषण के  साथ साथ वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण की अधिकता भी बढ़ती जा रही है। लेकिन इस समय जिले के लिए जल और वायु प्रदूषण की समस्या का निदान होना अति आवश्यक है। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है।

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2000 Note Secret News: आरबीआई ने अचानक किया 2000 के नोट को प्रचलन से बाहर

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आखिर क्यों किया आरबीआई ने 2000 के नोट को प्रचलन से बाहर

आखिर क्यों एक बार फिर आरबीआई ने 2000 के नोट को प्रचलन से बाहर करने का फैसला लिया। इसको लेकर तरह तरह के सवाल लोगों के जहन में घूम रहे हैं लेकिन इन सवालों के जबाब किसी के पास पूर्ण तथ्यों के साथ नहीं हैं।

2000 Note
2000 का नोट जो अब प्रचलन से बाहर होने जा रहा है

भारतीय रिजर्व बैंक ने अचानक ही 2000 के नोट को चलन से बाहर करने का आदेश जारी कर सबको चौका दिया है। हालाँकि आरबीआई ने 2018-19 में ही दो हजार रुपये के नोट को छापना बंद कर दिया था। आदेश के अनुसार सितंबर तक ये नोट वैध रहेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से दो हजार रुपये के नोट को ग्राहकों को जारी करना बंद कर दें।

आरबीआई ने कहा कि 30 सितंबर तक ये नोट सर्कुलेशन बने रहेंगे। इस बीच 23 मई से लेकर ३० सितम्बर तक बैंक से नोट को बदला या जमा किया जा सकता है। बैंक से एक बार में 2000 नोट के 20000 रुपये बदले या जमा किये जा सकते हैं यानी जिनके पास इस समय दो हजार रुपये के नोट्स हैं, उन्हें बैंक से एक्सचेंज करना होगा। बता दें कि 8  नवंबर 2016 की मध्य रात्रि में नोटबंदी के बाद 2000 हजार रुपये का नोट प्रचलन में लाया गया था। नोटबंदी में 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए थे।

भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले को लेकर राजनैतिंक पार्टियों के पदाधिकारियों के विचार भी अलग है उनके हिसाब से 2000 रुपये के नोट का प्रचलन से वाहर करना जनता के हित में नहीं है। कितना रुपया इन नोटों को प्रिंट करने में खर्च हुआ, वह सब व्यर्थ है। भारतीय रिजर्व बैंक ने आखिर पहले क्यों इन नोटों को प्रिंट किया और प्रचलन में लेकर आयी फिर क्यों बंद किया। यह सब अनसुलझे सवाल है।

आखिर आरबीआई ने ऐसा क्यों किया?  इसके पीछे केंद्र सरकार की क्या मंशा है?  समझाने की कोशिश करते हैं

बहुत से लोगों से अलग अलग बात करने पर बहुत सारी बातें सामने आयीं लेकिन हम यह कह नहीं सकते कि क्या सही है और क्या गलत….

  • कुछ लोगों का कहना हैं कि यह सब तो बहाने हैं जब 2000 का नोट जारी हुआ था हमने तो तभी कह दिया था कि आगे चलकर सरकार यह नोट बंद करेगी और आज हमारी बात सही हो गयी लेकिन कारण नहीं पता।
  • कुछ लोगों का कहना हैं कि सरकार ने रणनीति के तहत कम किया है और अब वह अपनी उस रणनीति को अमलीजामा पहना रही है जिससे कि नोट बंदी का जो उद्देश्य था वह पूरा हो जाये।
  • कुछ लोगों का कहना है कि 2000 रुपये के नकली नोट बाज़ार में प्रचलन में आ गए थे। इसलिए सरकार ने यह फैसला लिया है और नकली नोट का व्यापर करने वालों की कमर टूट जाएगी।
  • कुछ लोगों का मानना है कि बड़ी करेंसी होने के कारण 2000 के नोट का देश विरोधी गतिविधियों में होना आसान था इसलिए शायद सरकार ने इस तरह का कदम उठाया है। जिससे इन देश विरोधी गतिविधियों पर भी अंकुश लगेगा।
  • कुछ लोगों का कहना है कि सरकार ने कालाधन रखने वालों कि कमर तोड़ने के लिए यह आदेश जरी किया है। जिसके कारण कालाधन रखने वाले लोगों पर अंकुश लगेगा और अब उन्हें आसानी से चिन्हित किया जा सकेगा। हालाँकि आम आदमी के पास 2000 के नोट न के बराबर है उन्हें कोई नुकसान नहीं है।
  • राजनैतिक पार्टियों के पदाधिकारियों का कहना है कि 2000 के नोट को प्रचलन से वाहर करना उचित नहीं है। सरकार का बार बार इस तरह के कदम उठाना देश हित में नहीं है। पहले नोट बंदी कर सरकार ने कितना कालाधन जब्त किया सरकार ने आज तक नहीं बताया। अब कितना अंकुश सरकार काले धन पर लगा पायेगी यह आप पुराना इतिहास उठा कर देख लो। सरकार के इस तरह से कदम उठाना सरकार कि दूर दर्शिता को नहीं दर्शाता है।
  •  व्यापारियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि पहले कि नोट बंदी के बाद बहुत समय तक व्यापारियों को बहुत परेशानियों को झेलना पड़ा था अब पता नहीं कितने दिनों तक फिर उन्ही समस्याओं को झेलना पड़ेगा।

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UP Board Result 2023 : लाखों छात्रों का होने जा रहा इंतजार समाप्त, जल्द यूपी बोर्ड जारी करेगा परीक्षा परिणाम

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5 अप्रैल को परीक्षा परिणाम (UP Board Result 2023) आने वाली खबर थी झूठी, यूपी बोर्ड सचिव ने किया खुलासा

नहीं हों परीक्षार्थी वायरल हो रही फर्जी ख़बरों से भ्रमित, अभी नहीं जारी किया है उत्तर प्रदेश बोर्ड ने परीक्षा परिणामों का समय

सार

UP Board Result 2023: प्रदेश और प्रदेश के बाहर के लाखों परीक्षार्थियों को उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों को लेकर काफी बेसब्री से इंतजार है। उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं छात्रों को अपनी परीक्षा का परिणाम बहुत ही जल्द देखने को मिलेगा। UPMSP के सचिव ने कहा वर्तमान में परीक्षा परिणाम को लेकर तरह तरह कि अफवायें उड़ रही हैं, उन पर छात्र ध्यान नहीं दें।

विस्तार

उत्तर प्रदेश बोर्ड ने इस वर्ष परीक्षा के साथ साथ मूल्यांकन में भी काफी शीघ्रता का परिचय दिया है। उत्तर प्रदेश बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 18 मार्च से प्रारंभ कराया था और उसे अपने तय समय सीमा में ही समाप्त करा दिया है। अब बोर्ड परीक्षा परिणाम (UP Board Result 2023) की तैयारिओं में जुट गया है।

उत्तर प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम बहुत ही जल्द घोषित करेगा लेकिन हाल में अभी कोई भी इस सम्बन्ध में कोई भी अधिकारिक घोषणा नहीं है। माना जा रहा है कि अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह या मई माह के प्रथम सप्ताह में परीक्षा परिणाम आने की संभावना है।

रजिल्ट को लेकर वायरल हुई फेक न्यूज़ (UP Board Result 2023 Fake News)

उत्तर प्रदेश बोर्ड  के 10वीं और 12वीं परीक्षा परिणाम को लेकर हाल में वायरल हुई जिसमें 5 अप्रैल को परीक्षा परिणाम आने का दावा किया गया था। यह खबर पूरी तरह से फर्जी थी। जिसकी पुष्टि सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) प्रयागराज के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने किया है इसलिए छात्रों को ज्यादा पैनिक होने की आवश्यकता नहीं हैं। जल्द ही उत्तर प्रदेश बोर्ड  परीक्षा परिणाम बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर देगा।

दिव्यकांत शुक्ला ने परीक्षा परिणाम की फर्जी तारीख को लेकर वायरल हो रही खबर को लेकर कहा कि जो लोग इस तरह कि फर्जी खबर को फैला रहे हैं, और छात्रों और अभिभावकों को गुमराह कर रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

आखिर कब जारी होगा यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम  (UP Board  Result 2023 10th and 12th  Date) 

इस वर्ष परीक्षा परिणाम को लेकर उत्तर प्रदेश बोर्ड का दावा था कि वह परीक्षा के 40 दिन के अन्दर परीक्षा परिणाम जारी कर देगा। अगर ऐसा होता है तो यह पिछले दस वर्षो के आंकड़ों को तोड़ देगा और यह पिछले 10 सालों में सबसे शीघ्र जारी होने वाला परीक्षा परिणाम होगा।

उत्तर प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम सम्बन्ध में कोई भी अधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है, परन्तु माना जा रहा है कि बोर्ड अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह या मई माह के प्रथम सप्ताह में परीक्षा परिणाम जारी करने का प्रयास कर रहा है।

कैसे देखेंगे परीक्षार्थी यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम (How to Download UP Board 10th and 12th UP Board Result 2023)

उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए छात्र-छात्राएं बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://results.upmsp.edu.in/Default.aspx पर जाकर रिजल्ट को चेक कर सकेंगे। अधिकारिक वेबसाइट पर परीक्षार्थी अपना रोल नंबर दर्ज करने के बाद परीक्षा परिणाम या रिजल्ट चेक कर पाएंगे। परीक्षा परिणाम से संबंधित जानकारी के लिए छात्र उत्तर प्रदेश बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर समय-समय पर विजिट करते रहें।

UP Board Result 2023: मोबाइल पर ऐसे चेक करें यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम

स्टेप 1 – सबसे पहले यूपी बोर्ड परीक्षा की आधिकारिक वेबसाइट https://results.upmsp.edu.in/Default.aspx पर जाएं।
स्टेप 2 – इसके बाद यूपी बोर्ड हाईस्कूल या इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम या रजिल्ट ऑप्शन के बटन को क्लिक कर दें।
स्टेप 3 – अपने रोल नंबर से जुड़ी जानकारी भरकर सब्मिट के विकल्प को चुनें।
स्टेप 4 – यूपी बोर्ड रिजल्ट को पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड कर लें।

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हाथरस के युवा सैंकी शर्मा (Sanky Sharma) ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने गांव का नाम किया रोशन, हॉबी को बनाया अपना कैरियर

अहम किरदार के साथ एक्शन डायरेक्टर के तौर पर फिल्म में कर रहे काम, जनपद हाथरस के गांव चंदपा के सैंकी शर्मा (Sanky Sharma)

The Era of 1990 Crew Members with actor Sanky Sharma
The Era of 1990 Crew Members with actor Sanky Sharma

जनपद हाथरस के युवा आज कहीं भी किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं है। इसे एक बार फिर जनपद हाथरस के गांव चंदपा के रहने वाले सैंकी शर्मा (Sanky Sharma) ने अपनी काबिलियत के दम पर साबित किया है। हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे युवा की जिसने अपनी हॉबी को अपना कैरियर बनाया और उसमें सफलता हासिल की है।

सैंकी शर्मा एक सामान्य मध्यम वर्गीय परिवार से हैं। उनके पिता प्रशांत कुमार शर्मा एक सरकारी कर्मचारी है। सैंकी शर्मा की शुरुआती शिक्षा हाथरस के एस एस डी पब्लिक स्कूल से हुई है। उसके बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग उन्होंने दयालबाग यूनिवर्सिटी आगरा से की लेकिन उन्होंने इसे प्राथमिकता न देकर अपने हुनर को समझा और उसी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने मुंबई निकल गए।

कोरोना के बाद 2021 के शुरूआत में ही सैंकी ने मुंबई का रुख कर लिया। दो साल की कड़ी मेहनत और लगन के बाद उनकी पहली फिल्म द एरा ऑफ 1990 एक आर्टिस्ट के रूप में 3 मार्च को 2023 को देश के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म में सैंकी मुख्य भूमिका कर रहे अर्जुन मन्हास के दोस्त के रूप में सेकंड लीड रोल में उनके साथ नजर आ रहे है। साथ ही सैंकी ने एक्शन डायरेक्टर  के तौर पर भी फिल्म में काम किया है।

फिल्म द एरा ऑफ 1990 का ट्रेलर लॉन्च जनवरी माह में मुंबई में फिल्म कलाकारों और क्रू मेंबरों की उपस्थिति में हो चुका है। फिल्म का निर्देशन शाहिद काजमी ने किया है।

बॉडी डबल के रूप में की कैरियर की शुरुआत

The Era of 1990 actor Sanky sharma with Tiger Shroff
The Era of 1990 actor Sanky sharma with Tiger Shroff
सैंकी ने अपने कैरियर की शुरुआत मुंबई जाकर बॉडी डबल के रूप में की और वह अब तक लगभग 12 फिल्मों में बॉडी डबल के रूप में काम कर चुके है। सैंकी ने ज्यादातर साउथ फिल्म इंडस्ट्री में बॉडी डबल के रूप में काम किया है। सैंकी ने अभी तक ज्यादातर जाने माने कलाकार जूनियर एनटीआर, धनुष, नागार्जुन और पवन कल्यान आदि के साथ काम किया है। हाल में ही ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई नागार्जुन की फिल्म घोस्ट में भी सैंकी ने नागार्जुन के बॉडी डबल के रूप में काम किया है।

3 मार्च को रिलीज हो चुकी है सैंकी शर्मा की (Sanky Sharma) फिल्म द एरा ऑफ 1990

जाने माने निर्देशक शाहिद काजमी निर्देशित फिल्म द एरा ऑफ 1990 सिनेमाघरों में 3 मार्च को रिलीज हो चुकी है। शाहिद काजमी लगभग 22 फिल्मों को निर्देशित कर चुके हैं और उन्हें अभी तक 5 फिल्मफेयर पुरुस्कारों के लिए नामंकित किया गया है। फिल्म में मुख्य कलाकारों में अर्जुन मन्हास, सारा खान, सैंकी शर्मा (Sanky Sharma), मीर सरवर, आरती भगत आदि नजर आयेंगे।
निर्देशक शाहिद काजमी के अनुसार बॉलीवुड इंडस्ट्री ऑनलाइन पायरेसी से काफी प्रभावित है। फिल्म की कहानी फिल्म पायरेसी घोटाले पर आधारित है फिल्म की पृष्ठभूमि 1990 के दशक की है। फिल्म में दिखाया गया कि कैसे म्यूजिक और फिल्म पायरेसी का क्षेत्र कितना विस्तृत है और वह कैसे इंडस्ट्री के लिए नुक़सान देह साबित हो रहा है। फिल्म की कहानी शुरू से अंत तक दर्शकों को बांधकर रखेगी। फिल्म में सभी पहलुओं पर काम किया गया है।
फिल्म की कहानी में एक्शन, रोमांस, सस्पेंस को इस तरह से समायोजित किया की दर्शक फिल्म के साथ बंधे रहें। सभी किरदारों ने अपना सौ प्रतिशत दिया है। फिल्म में किए गए खतरनाक एक्शन सभी ने बिना किसी हार्नेस के किए है। जिसके कारण कलाकारों को कई बार चोटें भी आई। फिल्म का निर्माण जगजीत सिंह और शाहिद काजमी द्वारा शाहिद काजमी फिल्म्स और एच एस रिस्साम प्रोडक्शन के बैनर तले हुआ है।

सैंकी की सफलता पर परिवार को बहुत खुशी

सैंकी शर्मा
द एरा ऑफ 1990 : सैंकी शर्मा
सैंकी शर्मा (Sanky Sharma) के परिवार के सभी लोग उनकी सफलता पर बहुत खुश है। सैंकी के पिता ने बताया कि सैंकी का ऑफिशियल नाम लोकेश शर्मा है। सैंकी ने कभी भी किसी तरह की कोई शिक्षा एक्टिंग और  एक्शन करने की नहीं ली है लेकिन उसकी बचपन से ही उछल कूद करने की आदत ने ही उसे अपना कैरियर चुनने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने बताया मुंबई जाने से पहले सैंकी का चयन लोको पायलेट के लिए हो गया था लेकिन उसने घर पर किसी को नही बताया और काफी समय बाद इस बारे में घर के सदस्यों को मालूम पड़ा।
साथ ही इसी परिवार एक और सदस्य सैंकी शर्मा (Sanky Sharma) से प्रभावित होकर फिल्म इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सैंकी शर्मा (Sanky Sharma) के छोटे भाई जयंत शर्मा उर्फ गोल्डी शर्मा भी हॉलीवुड फिल्मों में वीएफएक्स आर्टिस्ट के रूप में काम करते हैं।

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80 वर्षीय फिल्म सुपरस्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) की हालत नाजुक, जल्दी में अस्पताल पहुंचें महेश बाबू

80 वर्षीय तेलुगु फिल्म सुपरस्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) सीपीआर के बाद होश में आए, पिता के पास अस्पताल पहुँचे महेश बाबू

सुपरस्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) को कार्डियक अरेस्ट के बाद 14 नवंबर को रात करीब 2 बजे हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 20 मिनट के सीपीआर के बाद उन्हें होश आ गया। महेश बाबू अब अस्पताल पहुंच गए हैं।

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सुपरस्टार कृष्णा कार्डियक अरेस्ट के बाद फिलहाल हैदराबाद के कॉन्टिनेंटल अस्पताल में भर्ती हैं। 14 नवंबर की रात करीब 2 बजे कृष्णा को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने 20 मिनट सीपीआर देकर उसे होश में लाया। उसके विटल्स स्थिर होने के बाद, उसे इंटेंसिव केयर यूनिट( आईसीयू) में ले जाया गया। डॉक्टरों ने कुछ देर पहले मीडिया से मुलाकात की और उनकी हालत गंभीर होने की पुष्टि की। महेश बाबू अपने पिता के पास रहने के लिए अस्पताल पहुंचे।

SUPERSTAR KRISHNA
SUPERSTAR KRISHNA PHOTO CREDIT : GOOGLE

किस कारण सुपरस्टार कृष्णा पहुंचे अस्पताल

खबरें आ रही थीं कि सुपरस्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) को सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हुआ था। कॉन्टिनेंटल अस्पताल के डॉक्टरों ने मीडिया से मुलाकात की और कृष्णा के स्वास्थ्य की जानकारी साझा की। उन्होंने खुलासा किया कि सुपरस्टार कृष्णा को 14 नवंबर को सुबह करीब 2 बजे बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया था।

सीपीआर के 20 मिनट के बाद, उन्हें होश में लाया गया और उसके बाद आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया। फिलहाल कृष्णा की हालत नाजुक है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों ने खुलासा किया कि वे उसे सबसे अच्छा इलाज दे रहे हैं। अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं और डॉक्टर उनकी पूरी सावधानी से देखभाल में जुटे हैं।

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आखिर कौन है सुपरस्टार कृष्णा

सुपरस्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) तेलुगु फिल्म उद्योग में सबसे प्रसिद्ध अभिनेताओं में से एक है। पांच दशक के अपने करियर में उन्होंने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें 2009 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

1942 में जन्मे सुपरस्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) का असली नाम घट्टामनेनी शिव राम कृष्ण मूर्ति है। इसके साथ ही वह साउथ फिल्मों के जाने माने कलाकार महेश बाबू के पिता है। वैसे तो सुपर स्टार कृष्णा किसी पहचान के मोहताज़ नहीं है परन्तु जो लोग उन्हें नाम से नहीं जानते है। उनके लिए वह महेश बाबू के पिता के रूप में जान सकते हैं। सुपर स्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) जाने माने कलाकार के साथ तेलगु फिल्म इंडस्ट्री के बहुत प्रसिद्ध डायरेक्टर, प्रोडूसर और राजनेता भी हैं।

HANUMAN फिल्म का टीज़र लॉन्च की तारीख आगे बढ़ाई

सुपर स्टार कृष्णा (SUPERSTAR KRISHNA) की हालत नाजुक होने के कारण आने वाली फिल्म हनुमान का टीज़र लांच की डेट आगे बढ़ा दी गयी है। इसका टीज़र 15 नवम्बर को लॉन्च किया जाना था। हनुमान की पूरी टीम ने सुपरस्टार की हालात में सुधार के लिए ईश्वर प्रार्थना की है। नई डेट बहुत जल्द जारी की जाएगी।

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Tulsi ka daan: क्या तुलसी को दान किया जा सकता है या नहीं?

 

बहुत से लोगों के मन में यह विचार आता है कि हमारे घर में तुलसी (Tulsi) लगी हुई है, तो क्या वह तुलसी किसी को दान कर सकते हैं या नहीं कर सकते हैं और कर सकते हैं तो कब कर सकते हैं। कोई खास तिथि या समय होता है? यदि तुलसी दान करें तो किस दिन करें? और कौन सी तुलसी दान की जा सकती है और कौन सी नहीं? बहुत सारे सवाल लोगों के दिमाग में अक्सर बनते रहते हैं, आज आपके उन्हीं सवालों का जवाब लेकर हम आये हैं।

Tulsi Plant

तुलसी को लेकर लोगों की मान्यता

तुलसी (Tulsi) हिंदू समाज में सबसे पवित्र पौधा माना गया है। जिसको हम तुलसी माता या तुलसी मैया भी कहते हैं। माना जाता है कि तुलसी (Tulsi) जिस घर के आंगन में होती है, उस घर से सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। साथ ही साथ ही यह भी मान्यता है कि जिस घर में तुलसी होती है, वहां उस घर में धन का आगमन सदा बना रहता है, क्योंकि तुलसी को लक्ष्मी स्वरूपा माना गया है, इसलिए जहां तुलसी होंगी वहां पर विष्णु भगवान का वास माना जाता है।

हिंदू धर्म में कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को, जिसे देव उठान एकादशी भी कहा जाता है उस दिन तुलसी विवाह किया जाता है। तुलसी विवाह विष्णु के स्वरुप शालिग्राम के साथ किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि तुलसी विवाह कराया जाए तो उस घर में जल्दी ही विवाह हो सकते हैं। तुलसी को एकादशी के दिन और रविवार के दिन नहीं छूना चाहिए। उसके अलावा प्रत्येक दिन सूर्य को जल चढ़ाते हुए तुलसी में जल चढ़ाना चाहिए।

कैसे की जाती है रामा तुलसी (Tulsi) और श्यामा तुलसी (Tulsi) की पहचान

अब बात करते हैं तुलसी के प्रकार की। अक्सर लोगों के घरों में रामा तुलसी और श्यामा तुलसी लगती है। रामा तुलसी की पत्तियां हल्के हरे रंग की होती हैं जबकि श्यामा तुलसी की पत्तियां गहरे हरे रंग या काले रंग की होती है।

तुलसी (Tulsi) का दान उचित या अनुचित

अब हम यह बताने की कोशिश करेंगे कि तुलसी (Tulsi) को दान किया जा सकता है या नहीं। अपने घर में लगी हुई तुलसी को दान नहीं करना चाहिए। अगर आपको दान करना है तो आप किसी नर्सरी से तुलसी का पौधा लाकर दान कर सकते हैं। क्योंकि हमारे घर में लगी हुई तुलसी लक्ष्मी स्वरूपा होती हैं और अगर किसी को हम घर की तुलसी दान करते हैं तो हमारे घर से लक्ष्मी रूठ जाती हैं। तुलसी दान करने का सबसे अच्छा दिन देव उठान एकादशी है। यदि आप तुलसी खरीद कर ला रहे हैं तो उसके लिए गुरुवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है। इसलिए हम कह सकते है की तुलसी का दान सर्वथा उचित है।

विज्ञान की द्रष्टि में तुलसी (Tulsi) की महत्ता

वैज्ञानिक तौर पर माना जाता है कि तुलसी में बहुत ज्यादा ऑक्सीजन होती है। यह रात में भी ऑक्सीजन देती है। इसलिए तुलसी लगाने से घर में शुद्ध वातावरण और ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा रहती है और शरीर स्वस्थ रहता है। तुलसी की पत्तियों के काढ़े से कफ की वात की समस्या खत्म हो जाती है। तुलसी से बहुत सारे रोगों में फायदा मिलता है। पाचन क्रिया अच्छी रहती है। इसीलिए तो उसको माता का रूप दिया गया, क्योंकि एक यह बहुमूल्य औषधि है।

पूजा के तौर पर तुलसी (Tulsi) का प्रयोग

तुलसी की पत्तियों को अपने मंदिर में रखें और गणेश जी पर और दुर्गा मां पर कभी भी तुलसी की पत्तियां नहीं चढ़ाई जाती हैं। तुलसी की पत्तियां बार-बार तोड़कर तुलसी माता को कष्ट न पहुंचाएं। तुलसी की जो पत्तियां आप मंदिर में चढ़ाते हैं उसको बार-बार धोकर दोबारा उपयोग में लिया जा सकता है। तुलसी के पौधे के आसपास हमेशा सफाई रखें। तुलसी के आसपास गंदगी होने पर तुलसी अपने आप सूख जाती है। तुलसी पर जल चढ़ाने के बाद उसकी सात परिक्रमा जरूर करें।

FAQ

प्रश्न : तुलसी का दान कब करना चाहिए?

उत्तर : तुलसी दान करने का सबसे अच्छा दिन देव उठान एकादशी है।

प्रश्न : तुलसी के पौधे में दूध चढ़ाने से क्या होता है?

उत्तर : तुलसी के पौधे में जल के साथ दूध चढ़ाने से घर में सुख  सम्रद्धि के साथ धन धान्य की वृद्धि होती है।

प्रश्न : घर में कौन सी तुलसी लगनी चाहिए?

उत्तर : घर में रामा या श्यामा दोनों में से कोई भी एक तुलसी को लगा सकते हैं। परन्तु कुछ वास्तु मान्यताओं के आधार पर रामा तुलसी को लगाने की बात भी प्रचलन में हैं क्यों कि रामा को श्री तुलसी भी कहा जाता है। जो कि जीवन में सौभाग्य वृद्धि के लिए मान्य है।  

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(डिस्क्लेमर: यहाँ पर दी गयी सभी सूचनाएं उपलब्ध जानकारियों एवं धारणाओं पर आधारित हैं। naaradnews.com किसी भी सूचना एवं धारणा की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को प्रयोग में लाने से पूर्व अपने क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य लें।)

VASTU SHASTRA KYA HAI । VASTU PURUSH KAUN HAI । 10 BEST LAWS OF VASTU SHASTRA  FOR GETTING PROSPERITY, HAPPINESS, GOOD HEALTH AND PIECE OF MIND । वास्तु शास्त्र में खुशहाली के 10 नियम जिनके द्वारा आप खुशहाल जिन्दगी जी सकते है

हर कोई चाहता है की वह खुशहाल जिन्दगी जिये और उसके लिए जो संभव होता है वह करता है परन्तु इस स्रष्टि के रचियता ने भी कुछ नियम बनायें है जिन्हें हम फॉलो करके खुशहाल जिन्दगी जी सकते है। इन्ही सब नियमों को वास्तु शास्त्र (VASTU SHASTRA) में लिखा गया है।

वास्तुशास्त्र (VASTU SHASTRA) हमारी चारों दिशाओं से होने वाले परिवर्तन के बारे में जानकारी देता है। वास्तु के हिसाब से बना हुआ घर, ऑफिस, मंदिर कोई भी चीज हमारे शरीर पर, हमारे वातावरण पर असर डालता है। वास्तु में हर दिशा का अपना खास महत्व होता है। इस विषय में जो चीजें बनाई गई हैं, उसके विपरीत अगर हम कुछ बनाते हैं, तो उससे होने वाली परेशानी भी हमें मिलेगी।

वास्तु शास्त्र (VASTU SHASTRA) को हम वास्तु पुरुष के हिसाब से देखते हैं, जैसे एक पुरुष का सर, हाथ,पेट एवं पैर होते हैं, उसी के हिसाब से वास्तु की दिशाएं निर्धारित की गई है।

vastu purush
Vastu Purush Credit : Pinterest

किस दिशा में होता है वास्तु पुरुष का सर

सबसे पहले हम वास्तु पुरुष का मस्तक जानेगे। पूर्वोत्तर दिशा वास्तु (VASTU) पुरुष का मस्तक होता है। यदि आप कभी कोई प्लाट का भूमि पूजन करवाएं या नींव का पूजन करा रहे हैं तो हमेशा नॉर्थ ईस्ट में करें, यह वास्तु पुरुष का मस्तक है।

उत्तर तथा पूर्व में वास्तु पुरुष के मस्तक, आंख, दिल आदि होते हैं, इसीलिए इसे हल्का तथा साफ रखा जाता है।

किस दिशा में होता है वास्तु पुरुष के पैर

दक्षिण पश्चिम दिशा में वास्तु पुरुष के चरण या पैर आते हैं। इसलिए इस दिशा में मास्टर बैडरूम बनाया जाता है तथा इस दिशा को भारी सामान से सजाया जा सकता है। इस तरह वास्तु पुरुष प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन में स्टेबिलिटी आती है।

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वास्तु शास्त्र (VASTU SHASTRA) में खुशहाली के 10 नियम, जिनके द्वारा आप खुशहाल जिन्दगी जी सकते है

  1. घर का मंदिर हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा या पूर्वोत्तर दिशा में होना चाहिए। मंदिर में शंख जरूर रखे। शंख में विष्णु भगवान का वास होता है। ये घर में सदा खुशियां भर के रखता है।
  2. वास्तु (VASTU) पुरुष घर में हमेशा तथास्तु कहते हैं। इसलिए हमेशा अच्छा बोले, तो वैसा ही होगा।
  3. घर का मध्य वास्तु पुरुष का सीना और पेट होता है इसलिए घर के मध्य को हमेशा साफ रखें और यहां पर तेज लाइट का प्रयोग करें।
  4. उत्तर दिशा में जल तत्व होता है इसलिए आप पानी से रिलेटेड कोई भी चीज इस दिशा में बनवाएं। जैसे आपको पानी की  समर लगवानी है। तो यह सब आप उत्तर दिशा में करवा सकते हैं इसके अलावा नल भी इस दिशा में ही लगवाएं, इससे धन का आगमन ज्यादा होता है।
  5. पूर्व दिशा में भगवान रखने चाहिए। हमारा मुंह पूर्व की दिशा में हो और हमारी पीठ पश्चिम दिशा में हो, इस तरह बैठकर हमें पूजा करनी चाहिए। आपके घर के मंदिर में एक कलश में जल अवश्य भरा होना चाहिए। यह आपके घर में शुभता लाता है।
  6. जैसा कि बिदित है कि पूर्व दिशा वास्तु (VASTU) पुरुष का मस्तक होता है इसलिए हमेशा इसको बहुत साफ सुथरा  रखना चाहिए और इसीलिए पूर्व दिशा पूजा करने के लिए सबसे उत्तम दिशा मानी गई है।
  7. उत्तर दिशा में मुंह करके खाना नहीं बनाना चाहिए। इसकी वजह से हमेशा धन आकर चला जाता है, कभी रुकता नहीं है। खाना बनाते वक्त आपका चेहरा पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए। पूर्व दिशा में एक शीशा लगाएं, जिसमें गैस का चूल्हा दिखाई पड़े यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है।
  8. अगर आपने ऐसी जमीन ली है जिसके कई सारे लेवल हैं तो आपके घर में कभी भी धन नहीं रुकेगा। इसलिए ऐसी जमीन ले, जिसमें जमीन का लेवल एक बराबर होना चाहिए।
  9. अगर आप कोई प्लाट खरीदते हैं, तो इस बात का ध्यान दें कि प्लाट का कोई भी कोना कटा नहीं होना चाहिए। इससे वास्तु (VASTU) पुरुष के अंग कटते हैं और आपको हमेशा किसी न किसी प्रकार का नुकसान होता रहेगा और मानसिक तनाव भी रहेगा।
  10. भगवान का मंदिर बनाने के लिए पूर्व दिशा, पूर्वोत्तर दिशा और उत्तर दिशा सबसे ज्यादा शुभ मानी जाती हैं।

अगर अपने घर को वास्तु (VASTU) के हिसाब से बनवाएं, तो आपके घर में भी तरक्की, सुख, शांति और धन का लाभ रहेगा। वैसे तो वास्तु शास्त्र (VASTU SHASTRA) में हर दिशा का अपना अलग महत्व है, पर सबसे ज्यादा पूर्वोत्तर दिशा को महत्व दिया जाता है, क्योंकि पूर्व दिशा में आध्यात्म के लिए जगह बनी है, इस दिशा में अपने घर के देवी देवता और मंदिर का निर्माण करना चाहिए। इससे हमारे घर के कुछ वास्तु जो ठीक नहीं हो सकते, उसका भी असर कम हो जाता है और उत्तर दिशा को जितना हो सके उतना हल्का रखें।

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                    वास्तु शास्त्र क्या है ?

 

Brahmastra। ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 : शिवा । रिलीज़ से पहले ही रनवीर कपूर के कारण विवोदों का बनी हिस्सा, कहीं यह फिल्म प्रमोशन का हिस्सा तो नहीं

कब होगी ब्रह्मास्त्र मूवी रिलीज़

जहाँ एक तरफ ब्रह्मास्त्र फिल्म के रिलीज़ की तैयारी जोर शोर से चल रही है वही ब्रह्मास्त्र फिल्म को लेकर विवाद भी खड़े हो रहे हैं। वही बॉलीवुड के गलियारों से चर्चा सुनें तो लोगो का कहना है कि यह फिल्म प्रमोशन का भी हिस्सा हो सकता है।

रनवीर कपूर और आलिया भट्ट के अभिनय से परिपूर्ण यह फिल्म 9 सितम्बर शुक्रवार के दिन सिनेमाघरों में रिलीज़ होने को तैयार हो चुकी है। वही कुछ हिन्दू संगठनो ने इसका वॉयकोट करने की तैयारी कर रखी है।

आखिर क्यों हो रहा ब्रह्मास्त्र फिल्म का विरोध

हिन्दू संगठनो का कहना है की जिस अभिनेता ने 2011 में बीफ खाने को लेकर अपना बयान दिया था,  वह बहुत शर्मनाक है। जहाँ हिन्दुओं में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है, वहीँ रनवीर कपूर द्वारा पूर्व में दिए गाय के मांस अथवा बीफ को खाने वाले वयानों को लेकर वॉयकोट करने की तैयारी हिन्दू संगठनो द्वारा की जा रही है।

हिन्दुओं में मान्यता है कि गाय में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है और उसे माता का दर्जा प्राप्त है इसलिए उसका अपमान करने वाले को माफ़ नहीं किया जा सकता।

आखिर रनवीर कपूर क्यों नहीं कर पाए महाकाल के दर्शन

ब्रह्मास्त्र की सफलता को लेकर महाकाल के आशीर्वाद की अभिलाषा से रनवीर कपूर और अलिया भट्ट ने अयान मुखर्जी के साथ उज्जैन आये परन्तु रनवीर कपूर के 2011  के बयान की वजह से उन्हें उज्जैन महाकाल के मंदिर के बाहर हिन्दू संगठनों द्वारा भारी विरोध हुआ। प्रदर्शनकारीओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को बल का प्रयोग करना पड़ा।

ब्रह्मास्त्र

हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रनवीर कपूर को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। रनवीर कपूर और अलिया भट्ट को बिना दर्शन के ही वापिस होना पड़ा। जिसे लेकर भी बॉलीवुड के गलियारों में काफी हलचल रही।

ब्रह्मास्त्र का निर्देशन किसने किया है

अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक अस्त्र की है। जो अस्त्रों का अस्त्र ब्रह्मास्त्र है जो दुनिया का सबसे पॉवर फुल अस्त्र है। पुरानी कथाओं की मानें तो ब्रह्मास्त्र अगर एक बार चल जाये तो अपने लक्ष्य को नष्ट किया बिना वापिस नहीं होता था।

क्या है ब्रह्मास्त्र फिल्म की कहानी

ब्रह्मास्त्र के ट्रेलर का संज्ञान अगर हम लें तो यह एक ऐसे लड़के शिवा की कहानी है। जो ब्रह्मास्त्र की तरह शक्तियों का स्वामी है। यह फिल्म में शिवा द्वारा बुरी शक्तियों पर विजय की कहानी है।

मुख्य भूमिका में कौन कौन अभिनेता है फिल्म में

ब्रह्मास्त्र फिल्म में रनवीर कपूर, आलिया भट्ट, अमिताभ बच्चन, नागार्जुन, मोनी रॉय आदि मुख्य भूमिका में नजर आयेंगे। वही अगर हम विलेन की बात करें तो उसे सौरभ गुर्जर ने निभाया है। मोनी रॉय भी इस फिल्म में नेगेटिव रोल निभाती नजर आयेंगी।

किन भाषाओँ में रिलीज़ होगी ब्रह्मास्त्र

फिल्म हिंदी के साथ साथ तमिल, तेलगू, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज़ होने के लिए तैयार की गयी गयी है। जो सम्पूर्ण भारत में एक साथ 9 सितम्बर को रिलीज़ की जाएगी।

कौन है ब्रह्मास्त्र मूवी के डिस्ट्रीब्यूटर

इस फिल्म का डिस्ट्रीब्यूशन स्टार स्टूडियोज, वाल्ट डिज्नी स्टूडियोज एवं मोशन पिक्चर्स द्वारा किया गया है।

आखिर क्यों है ब्रह्मास्त्र फिल्म की इतनी हाइप

जानकारों की मानें तो 2022 की अब तक की सबसे ब्लाकबस्टर मूवी होने का तमगा लेते हुए नजर आ रही है। फिल्म की एडवांस बुकिंग का आंकलन किया जाये तो यह फिल्म के लिए अच्छी ओपनिंग होगी फिल्म के पहले दिन का कलेक्शन 25 करोड़ का होने का अनुमान है।

फिल्म इस वजह से भी चर्चा में है क्योकि फिल्म को लेकर 2014 से तैयारी चल रही थी जो अब 2022 में पूर्ण हो पायी है। फिल्म की शूटिंग को लेकर बात करें तो विदेशों के साथ इंडिया में भी इसकी शूटिंग हुई है।कुल मिलाकर दर्शकों को फिल्म का इन्तजार है और यह इंतजार ख़त्म होने में बस कुछ ही पल शेष बचे हैं।

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जिन्दगी की गोल्डन जुवली (50 वें वर्ष) मनाने के करीब है सुष्मिता सेन, फिर भी अपनी फिटनेस से देती हैं अन्य अदाकाराओं को कमाल की मात

वर्ष 1975 में जन्मी सुष्मिता सेन आज भी अपनी फिटनेस को लेकर काफी सजग रहती है। आज भी उम्र के इस दौर पर सुष्मिता ने अपनी बॉडी को एनर्जेटिक और फिट बनाकर रखा है।

आखिर क्यों प्रसिद्द हुई सुष्मिता सेन

वर्ष 1975  में जन्मी सुष्मिता सेन ने 18 वर्ष की उम्र में ही फेमिना मिस इंडिया का ख़िताब जीत कर अपनी जिन्दगी की पहली कामयाबी भरी जीत हासिल की और इस जीत का सिलसिला यहीं नहीं रुका इस बार सुष्मिता सेन ने  19 वर्ष की उम्र में अपने परिवार के साथ भारत का नाम मिस यूनिवर्स का ख़िताब जीत कर रोशन किया। इसके साथ ही उन्होंने भारत की प्रथम महिला मिस यूनिवर्स का ख़िताब भी हासिल किया। तत्पश्चात विश्व सुंदरी ने फिल्मों में अदाकारा का काम शुरू कर दिया।

सुष्मिता सेन

सुष्मिता सेन ने अपने अभिनय से लोगो के दिल को मोह लिया और एक से एक जबरदस्त फिल्मों में अपनी अदाओं के जलबे बिखेरे। अपने फ़िल्मी कैरियर की सुरुआत सुष्मिता सेन ने वर्ष 1996 में फिल्म दस्तक से की। उसके बाद सुष्मिता सेन ने बहुत सी फिल्मों जैसे बीबी नंबर 1, सिर्फ तुम, आँखें, मैं हूं ना, में ऐसा ही हूं, मैंने प्यार क्यूं किया आदि में जबरदस्त अभिनय किया। काफी समय से फ़िल्मी जगत से दूर रहने के बाद पिछले साल ओटीटी प्लेटफार्म पर फिल्म आर्या में वह नजर आयीं।

किसको गोद लिया सुष्मिता सेन ने

निजी जिन्दगी में सुष्मिता सेन ने दो बेटियों को गोद लिया है। जिनके नाम अलीसा और रेनी हैं। हाल में ही सुष्मिता अपनी बेटी अलीसा को उसके 13 वें जन्म दिन की बधाई देती हुई ट्विटर पर नजर आयीं।

सुष्मिता सेन

निजी जिंदगी की बात करें तो सुष्मिता सेन ललित मोदी के साथ रिलेशन को लेकर काफी चर्च में रहीं लेकिन एक बार  फिर अपने एक्स बॉय फ्रेंड के साथ शॉपिंग करते हुए नजर आने पर सुष्मिता को ट्रोल किया जा रहा है। जिससे लोगों में फिर एक बार उनकी जिन्दगी के बारे में जानने के लिए दिलचस्पी बढ़ गयी है।

कौन है ललित मोदी

ललित मोदी एक बिजनेसमैन और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व आयुक्त हैं। जो 2010 से लंदन में हैं। टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग में अपनी कथित भूमिका की जांच को बीच में छोड़ वो भारत से बाहर निकल गए थे। ललित मोदी एक बार फिर सुर्ख़ियों में तब आये जब उनका नाम पूर्व विश्व सुंदरी सुष्मिता सेन के साथ जुड़ा। सुष्मिता सेन और ललित मोदी के संबंधों को लेकर इस बात को सोशल मीडिया पर बहुत ट्रोल किया गया।

क्या है सुष्मिता की फिटनेस का राज

सुष्मिता अपने आप को फिट रखने के लिए स्विमिंग का शौक रखती हैं। ख़बरों की मानें तो उनका कहना है कि स्विमिंग करने में उन्हें बहुत आनंद आता है। स्विमिंग करने से फुल बॉडी का वार्म अप हो जाता है जिससे बॉडी की सभी मांस पेशियों को ताकत मिलती है और वह मजबूत होती है। साथ ही शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है। जो बॉडी को चुस्त और तंदुरुस्त बनाती है।

योगा और व्यायाम को भी प्राथमिकता देती है सुष्मिता

सुष्मिता ने योगा और व्यायाम को अपने डेली रूटीन में शामिल कर रखा है। पूर्व में भी बहुत सारे योगासनों का वीडियो हम लोग सोशल मीडिया पर देख चुके है।  सुष्मिता पावर योग एवं रिंग जिमनास्ट को भी अपनी फिटनेस का हिस्सा मानती हैं।

क्या रखती हैं सुष्मिता अपने खाने के मेन्यू में

सुष्मिता अपने डाइट को लेकर बहुत ही सजग रहती है। वह अपने खाने में हेल्थी खाना पसंद करती है। वह अदरक वालीं चाय से अपने दिन की शुरुआत करके अपनी डाइट में वेजिटेबल जूस, दलिया, दाल, चावल, मछली, अंडे एवं चिकन रखना पसंद करती हैं।

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