जीवन शैली

Failure Is The Secret Of Success : असफ़लता ही सफ़लता का रहस्य है
जीवन शैली

Failure Is The Secret Of Success : असफ़लता ही सफ़लता का रहस्य है

असफ़लता (failure) वह है जो जीवन को जीना सिखाती है| इसमें मनुष्य अपनी गलतियों का सुधार करता है, और छोटी बड़ी परेशानियों से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहेता है| ताकी वह परेशानी उसको असफ़ल प्रतीत होते हुए भी सफ़ल लगने लगे। क्योंकि जब तक मनुष्य सघंर्ष करने को तैयार है तब तक उसे सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है। एक असफ़ल व्यक्ति ही सफ़लता की खोज करता है। वह चाहता है की सफ़लता उसे चाहे देर से मिले पर असफ़लता (failure) न मिले।असफ़लता (failure) में सफ़लता है ? दुनिया में मनुष्य चाहे किसी भी कार्य को करे हर कार्य को करने के लिए उसे थोड़ी सी मेहनत तो करनी पड़ती है। और वह मेहनत भी करता है ताकि वह अपने हर कार्य में सफल हो सके।हर कार्य ऐसा होता है जिसमे असफ़ल होने की पूरी संभावना रहती है, लेकिन मनुष्य उसे फिर भी सफल कर देता है। क्योंकि उसके दिल से निकली बात उसके दिमाग पर जाकर सीधा असर करती है की उसे इस कार...
How To Make Future : भविष्य कैसे बनाऐं
जीवन शैली

How To Make Future : भविष्य कैसे बनाऐं

भविष्य (future) आगे कैसा बनाना है, अब इस बात को कोई महत्व नहीं देता है| क्योंकि आज के बदलते समय में लोग अपनी ज़िन्दगी बहुत आराम से जी रहे हैं। उन्हें अपने भविष्य की भी चिंता नहीं है।वह सोचते हैं की जो काम उनके माता पिता करते हैं, वही काम आगे चल कर वो कर लेगें। वे नहीं चाहते हैं की उनका भविष्य (future) उनके माता पिता से भी और अच्छा हो। वो बस इतना चाहते है की उनका वर्तमान सही चलता रहे| भविष्य की वो बाद में सोचेंगे| बस यही कारण है जो लोगो को उनके भविष्य के बारे में सोचने नहीं देता है|भविष्य बनाने से क्या होगा ? यदि आज की पीडी अपने भविष्य के बारे में नहीं सोचती है, तो यह उसके लिए सबसे बड़ी चिंता की बात है। भविष्य (future) बनाने को आज के समय में लोगो ने एक मजाक समझ रखा है। जो उनके साथ आगे जाकर खिलवाड़ करता है।यदि कोई अपने भविष्य के बारे में सोच लेता है, तो वो उस राह पर चलने में सक्षम रहता...
Sochne Se Kya Hota Hai : सोचने से क्या होता है ?
जीवन शैली

Sochne Se Kya Hota Hai : सोचने से क्या होता है ?

सोचने (Sochne) के कारण मनुष्य खुद भी नही जानता है। परंतु वह फिर भी सोचता रहता है। मनुष्य अपने अंदर ही अंदर सोचकर अपने भावों को प्रकट करता है। वह उन बातों को सोचता रहता है, जो उसके साथ वर्तमान में हो रही हैं। सोचते सोचते वह इतना सोच में डूब जाता है की वह धीरे धीरे बडबडाने लगता है।जिसके बारे में उसको कुछ भी नही पता होता है, कि वह सोचते में क्या कर रहा है। जिस कारण लोग उसे पागल समझने लगते हैं। धीरे धीरे करके वह उसके लिए एक रोग समान बन जाता है। जिसे वह भूलने की कोशिश करता है पर वह कर नहीं पाता है।हम सोचते क्यों है ? मनुष्य के जीवन में सोच में आना तो एक स्वभाविक कार्य है। मनुष्य सोचता तभी है जब उसके जीवन में विपतियों का इक्कठा पहाड़ टूट पड़ता है। जब वह कुछ समझ नहीं पता है कि अब वह क्या करे जिस कारण वह सोच में आ जाता है। मनुष्य के पास सोचने (sochne) के अलावा और कोई कार्य नहीं बचता है क्...
Live Your Life Live Your Dream : अपना जीवन जिओ अपना सपना जिओ
जीवन शैली

Live Your Life Live Your Dream : अपना जीवन जिओ अपना सपना जिओ

जीवन ( life)  ऐसा जीना चाहिए जिसमे मनुष्य अपने रास्ते खुद तय कर सकें। उसे किसी की सहायता की जरूरत न पड़े। उसके रास्ते में कोई बाधा न डाले, वह जो चाहे वो कर सके। उसे कोई रुकने वाला न हो। जो उसने सपने देख रखे हैं। उन्हें वो साकार करे, और उन सपनों को टूटने न दे। अपना जीवन (Life) कैसे जिओ ?जीवन ( life) जीने के लिए किसी की भी सहायता की जरूरत नहीं होती है। अपना जीवन जीना हर कोई जानता है। उन्हें अपना लक्ष्य पता होता है। जिसे पाने के लिए वह पूरी जी जान से मेहनत करते हैं। ताकि वह उस लक्ष्य को प्राप्त कर सकें, और एक खुशहाल जीवन जी सकें।लेकिन कुछ लोग होते हैं जो अपना जीवन ( life) एक कैदी के बाती काटते है, जिन्हें कुछ भी नही बोलने दिया जाता है। उनसे यह भी नहीं पूछा जाता कि वह अपना जीवन कैसे जीना चाहते हैं। जिस कारण वह बहुत उदास रहते हैं। लेकिन उदास रहकर कुछ नहीं होता है। यदि वह इस जेल से बाह...
Kabhi Hasna Hai Kabhi Rona Hai : कभी हँसना है कभी रोना है
जीवन शैली

Kabhi Hasna Hai Kabhi Rona Hai : कभी हँसना है कभी रोना है

हँसना ( Hasna) और रोना मानव अपने  जीवन में सुख और दुख आने पर करता है क्योंकि भगवान ने उसे सारे जीवों से अलग बनाया है। मानव का जीवन जब सुखी होता है तब वह हँसता है, और जब दुखी होता है तब वह रोता है। हँसना ( Hasna) और रोना तो मानव जीवन का एक खेल है, जो उसके साथ अंत तक रहता है। इसलिए मानव को अपने जीवन में आने वाले सुख दुख को स्वीकार कर जीवन जीना चाहिये।मानव हँसता और रोता क्यों है ? मानव हँसता और रोता क्यों है ? अधिकतर मानवों के साथ यह होता है, की जब तक उनके जीवन में सुख है उसे किसी भी कार्य में परेशानी नहीं है। तब तक वह अपना जीवन हँसते खेलते गुजारता है। उसे किसी भी तरह कि समस्या नहीं होती है।लेकिन जब मानव के जीवन में समस्या का पहाड़ अचानक टूट पड़ता है, तुरंत वह रोने लग जाता है। जब उसे लगने लगता है कि उसके हाथ में अब कुछ नहीं रहा है। तब वह भगवान को याद करता है उससे विनती करता है कि ...
Naya Sikhnen Ke 5 Best Upay : नया सीखनें के 5 श्रेष्ठ उपाय
जीवन शैली

Naya Sikhnen Ke 5 Best Upay : नया सीखनें के 5 श्रेष्ठ उपाय

समय के साथ साथ दुनिया भी बदलती जा रही है। अब मनुष्य के पास इतने साधन है कि वह कुछ भी नया (Naya) सीख और कर सकता है। लेकिन नहीं वह उन साधनों का फायदा ही नहीं उठाता है। आज का समय टेक्नोलॉजी का समय है। यह ऐसा समय है जिसमे हर एक मनुष्य अपने आप को बदल सकता है।टेक्नोलॉजी के कारण अब तो कुछ भी नया (Naya) सीखा जा सकता है। लेकिन कुछ ही लोग होते है जो इस टेक्नोलॉजी का सही फायदा उठाते है। वह अपने समय को फालतू चीज़ में बर्बाद न करके उसके माध्यम से कुछ नया सीखते हैं। नया सीखकर मनुष्य खुद को ही विकसित करता है। वह इससे नया (Naya) ज्ञान प्राप्त करता है। जो उसने अभी तक अपने जीवन में किया ही नही था।यदि एक विद्यार्थी हर वक़्त सिर्फ पढता रहता है। तो वह बेकार कहा जाएगा क्योंकि उसके पास ज्ञान तो है, परन्तु उस ज्ञान का कोई फायदा नहीं जो उसे सिर्फ़ किताबी दुनिया से मिला है। मनुष्य को ज्ञान सिर्फ किताबो से नहीं...
Swayam Ko Kaise Janen with 2 Best Ideas ( In 2023)  : स्वयं को कैसे जानें 2 श्रेष्ठ विचारों के साथ ?
जीवन शैली

Swayam Ko Kaise Janen with 2 Best Ideas ( In 2023) : स्वयं को कैसे जानें 2 श्रेष्ठ विचारों के साथ ?

मानव जिसे भगवान ने सबसे अलग और विचित्र बनाया है। वह हर चीज़ को देख और समझ सकता है। परन्तु फिर भी वह स्वयं (Swayam) को क्यों नहीं समझ पाता है। वह स्वयं को जानने में गलती क्यों कर देता है। ऐसा तो है नहीं कि मानव के पास दिमाग नहीं है और वो पागल है। कभी सोचा है कि ऐसा आखिर है क्यों ?स्वयं (Swayam) को जगाने के लिए आत्मचेतना और आत्मविश्वाश की आवशयकता होती है। मनुष्य पागल नहीं है बल्कि उसे कोई समझाने वाला नहीं है। उसे कोई उसके क्ररिएर के बारे में गाइड करने वाला नहीं है। वह बस उसी धुन में लगा रहता है जिसके बारे में उसे कहा जाता है। ऐसा करके वह अपने टैलेंट को गवा बैठता है। जो उसके अंदर खुद ही पैदा हुआ था। टैलेंट हर एक मनुष्य के अंदर होता है चाहे वह पागल ही क्यों न हो। टैलेंट से मनुष्य वहां तक पहुच गया है जहाँ की वह सोच भी नहीं सकता था। स्वयं (Swayam)  को जानना क्यों है जरूरी ? एक लड़का था, उसका...
Aalas Ko Dur Kaise karein ke 2 Best Ideas : आलस को दूर कैसे करें के 2 सर्वश्रेष्ठ विचार ?
जीवन शैली

Aalas Ko Dur Kaise karein ke 2 Best Ideas : आलस को दूर कैसे करें के 2 सर्वश्रेष्ठ विचार ?

आज के इस बदलते युग में लोग बदलते जा रहे है। वह इतने बदल गए है कि वह बाहर से स्वस्थ तथा अंदर से नई बीमारी को उत्पन्न कर रहे हैं। वह बीमारी है आलस (Aalas)। जिसे मनुष्य बढ़ते समय चक्र के साथ बढाता जा रहा है। आलस मनुष्य के शरीर में विटामिन-डी की कमी से भी होता है। इसका उसे अंदाज भी नहीं है कि ये बीमारी उसके विनाश तक उसके साथ रहेगी। यदि मनुष्य का एक बार विनाश हो जाए तो दुबारा खुद को सही पथ पर लाने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। जो की कभी संभव नहीं है क्योंकि आलस (Aalas) नाम की बीमारी उसे जकड़े बैठी है। यदि एक बार कोई बीमारी जकड ले तो उसे मिटाने में काफी कसरत लगती है। ऐसे ही आलस को भी मिटाने में भी काफी परिश्रम लगता है। लेकिन जब होसला बुलंद हो तो मनुष्य किसी भी बीमारी का अंत कर सकता है।आलस (Aalas) क्यों न करें ? आलस (Aalas) करना बुरा नहीं है। ये सामान्य बात है कि आलस सब लोग करते हैं।  परन...
Man Ko Shant Karen 4 Best Ideas Ke Saath ( In 2023)  : मन को शांत कैसे करें 4 बेहतरीन आइडिया के साथ
जीवन शैली

Man Ko Shant Karen 4 Best Ideas Ke Saath ( In 2023) : मन को शांत कैसे करें 4 बेहतरीन आइडिया के साथ

आज के समय में लोगों को अपने मन को शांत (Shant) रखने कि बहुत आवश्यकता है। उनके स्वभाव में  बहुत परिवर्तन आ गया है। उनका व्यवहारिक स्वभाव अब काफ़ी बदल चुका है। मनुष्य को हर छोटी से छोटी बात पर क्रोध आ जाता है। उसका यही क्रोध उसके लिए एक नई परेशानी खड़ी कर देता है, जिसका उसे बाद में पछतावा होता है।क्रोध आने पर मनुष्य भूल जाता है कि आखिर वो है क्या, उसको कुछ भी नही सूझता है। वह अपने मन की न सुनकर अपने दिमाग की सुनता है। यह साधारण बात है कि जो चीज क्रोध में आकर की जाती है वह हमेशा नुकसान पहॅुचाती है। इसलिए हमेशा शांत (Shant) मन से सोच समझकर कार्य करने चाहिए।शांत (Shant) शब्द को समझें शांत एक ऐसा शब्द है, जिससे मनुष्य अपने हर बिगड़े काम को आसानी से बना लेता है। वह कभी भी जल्दबाजी नहीं करता है। शांत (Shant) रहने से मनुष्य हर मुश्किल कार्य को आसान बना लेता है। जो अशांत व्यक्ति होता है वह क...
Motivation for Messy Life With Best 3 Points ( In 2023) : सर्वोत्तम 3 बिंदुओं के साथ अस्त-व्यस्त जीवन के लिए प्रेरणा
जीवन शैली

Motivation for Messy Life With Best 3 Points ( In 2023) : सर्वोत्तम 3 बिंदुओं के साथ अस्त-व्यस्त जीवन के लिए प्रेरणा

आजकल के युग मे मनुष्य किसी न किसी विपत्ति से गुजर रहा है। वह इन विपत्तियों के हल निकालने में इतना व्यस्त हो जाता है कि स्वयं के कार्यो को अस्त व्यस्त (Messy) कर देता है। जिसका वह बाद में पछतावा करता है कि यदि वह उस समय अपने कार्यो को देख लेता तो इतना परिश्रम नहीं करना पड़ता। यदि मनुष्य को अपने कार्यो को अस्त व्यस्त नहीं करना है तो उसके लिए उसका व्यवस्थित रहना जरूरी होगा। यदि मनुष्य को अपने कार्यो को सही समय पर करना है तो उसके लिए उसे तीन कार्यो को करने का संयम रखना होगा ताकि वह आगे जाकर उस कार्य पर सफलता प्राप्त कर सके।समय को अस्त व्यस्त (Messy) न करके उसका सही उपयोग करना मनुष्य कहीं न कहीं विपत्तियों के कारण अपने कार्यो में व्यस्त रहता है। उसके पास खुद के लिए समय नहीं रहता है और अपने जीवन को अस्त व्यस्त (Messy) कर देता है। समय न रह पाने के कारण वह किसी भी कार्य को नहीं कर पाता है और...