आज के समय में लोगों को अपने मन को शांत (Shant) रखने कि बहुत आवश्यकता है। उनके स्वभाव में बहुत परिवर्तन आ गया है। उनका व्यवहारिक स्वभाव अब काफ़ी बदल चुका है। मनुष्य को हर छोटी से छोटी बात पर क्रोध आ जाता है। उसका यही क्रोध उसके लिए एक नई परेशानी खड़ी कर देता है, जिसका उसे बाद में पछतावा होता है।
क्रोध आने पर मनुष्य भूल जाता है कि आखिर वो है क्या, उसको कुछ भी नही सूझता है। वह अपने मन की न सुनकर अपने दिमाग की सुनता है। यह साधारण बात है कि जो चीज क्रोध में आकर की जाती है वह हमेशा नुकसान पहॅुचाती है। इसलिए हमेशा शांत (Shant) मन से सोच समझकर कार्य करने चाहिए।
शांत (Shant) शब्द को समझें
शांत एक ऐसा शब्द है, जिससे मनुष्य अपने हर बिगड़े काम को आसानी से बना लेता है। वह कभी भी जल्दबाजी नहीं करता है। शांत (Shant) रहने से मनुष्य हर मुश्किल कार्य को आसान बना लेता है। जो अशांत व्यक्ति होता है वह कभी भी कोई कार्य ठीक से नहीं कर पाता है। वह हर कार्य में कोई न कोई गलती कर देता है।
रामायण की कथा में जब श्रीराम से परशुराम का शिव धनुष टूटा था। तब परशुराम क्रोधित होते होए उनके पास पहुंचे थे। तब लक्ष्मण ने उनका जो अपमान किया था। जिससे वह और क्रोधित हो गए थे। श्रीराम उनके क्रोधित होने पर भी कोई भाव प्रकट नहीं कर रहे थे, क्योंकि श्रीराम शांत (Shant) और धैर्यवान थे। वहीँ लक्ष्मण उग्र और साहसी थे।
यदि श्रीराम कुछ भी बोलते तो इससे परशुराम का क्रोध और बढ जाता, लेकिन श्रीराम ने शांत (Shant) मन से बात करके परशुराम के क्रोध को शांत कर दिया। जबकि लक्ष्मण जी के शब्दों ने आग में घी का काम किया। इससे पता चलता है कि श्रीराम सामने वाले के क्रोधित होने पर खुद शांत रहकर बात को बढने नहीं देना चाहते थे। अतः सभी मनुष्यों को श्रीराम जैसे धैर्यवान और शांत रहकर अपने कार्य करने चाहिए।
शांत मन कैसे बनायें ?
मनुष्य को शांत (Shant) मन बनाने के लिए कोई कठिन परिश्रम नहीं करना पड़ता है। इसके लिए उसे बस थोड़े अशांत मन को शांत करने कि जरूरत है। उसे अपनी इन्द्रियों पर पूरा काबू रखना होता है। जिससे उसका मन शांत (Shant) रहता है। यदि आप किसी की दो बाते सुन ले तो कभी भी गुस्सा न करे उसे काबू करने की कोशिश करे। याद रखें कि मन तभी शांत होता है जब आप शांत रहते है। हमेशा अपने आप पर नियंत्रण रखें ताकि कोई आपको अशांत न कर सके।
कुछ लोगों का स्वभाव ऐसा होता कि वह हर छोटी बात पर क्रोध कर बैठते है। उन्हें जब तक चैन नहीं पड़ता है जब तक वह अपने मन की बात सामने वाले को कह नहीं लेते। इससे उनकी बात और बढ़ जाती है जिसका वह बाद में पछतावा करते है। यदि उस बात को बढ़ाना नहीं है तो इसके लिए अपनी बुद्धि का प्रयोग करें और सोच समझकर बात करें। मनुष्य को परिस्थिति अनुसार अपने मन और दिमाग का प्रयोग करना चाहिए।
दिमाग काबू में करने के उपाय (Man Ko Shant Kaise Karen) –
- अपनेआप से प्यार करें – Love Yourself
- श्वास व्यायाम – Meditation
- हमेशा खुश रहें – Be Happy
- सकारात्मक सोचें – Think positively
- शारीरिक व्यायाम – Physical exercise
- पूरी नींद लें – Get Enough Sleep
- अपनेपसंद के गाने सुनें – Listen Favourite Songs
शांत मन बनाये रखने के फायदे
यह तो मामूली सी बात है कि जिस चीज़ के दुश्प्रभाव अनेक हैं उसकी प्रकार चीज़ के फायदे भी अनेक होते हैं। ऐसे ही शांत मन रखने के अनेक फायदे हैं।
- सुखी जीवन
- व्यावारिक स्वभाव
- क्रोध न आना
- इन्द्रियों पर पूरा काबू
ऐसे और अनेक फायदे हैं, यदि आप अपने मन को शांत (Shant) रखते हैं। अगर मनुष्य चाहता है कि उसे शांत जीवन व्यतीत करना है तो उसके लिए उसे थोडा धैर्य रखना आवश्यक है। शांत मन रखने से मनुष्य अपने समाज मे भी अच्छा दिखता है। इससे आप एक सुखी और खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकते है।
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