बहुत से लोगों के मन में यह विचार आता है कि हमारे घर में तुलसी (Tulsi) लगी हुई है, तो क्या वह तुलसी किसी को दान कर सकते हैं या नहीं कर सकते हैं और कर सकते हैं तो कब कर सकते हैं। कोई खास तिथि या समय होता है? यदि तुलसी दान करें तो किस दिन करें? और कौन सी तुलसी दान की जा सकती है और कौन सी नहीं? बहुत सारे सवाल लोगों के दिमाग में अक्सर बनते रहते हैं, आज आपके उन्हीं सवालों का जवाब लेकर हम आये हैं।
तुलसी को लेकर लोगों की मान्यता
तुलसी (Tulsi) हिंदू समाज में सबसे पवित्र पौधा माना गया है। जिसको हम तुलसी माता या तुलसी मैया भी कहते हैं। माना जाता है कि तुलसी (Tulsi) जिस घर के आंगन में होती है, उस घर से सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। साथ ही साथ ही यह भी मान्यता है कि जिस घर में तुलसी होती है, वहां उस घर में धन का आगमन सदा बना रहता है, क्योंकि तुलसी को लक्ष्मी स्वरूपा माना गया है, इसलिए जहां तुलसी होंगी वहां पर विष्णु भगवान का वास माना जाता है।
हिंदू धर्म में कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को, जिसे देव उठान एकादशी भी कहा जाता है उस दिन तुलसी विवाह किया जाता है। तुलसी विवाह विष्णु के स्वरुप शालिग्राम के साथ किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि तुलसी विवाह कराया जाए तो उस घर में जल्दी ही विवाह हो सकते हैं। तुलसी को एकादशी के दिन और रविवार के दिन नहीं छूना चाहिए। उसके अलावा प्रत्येक दिन सूर्य को जल चढ़ाते हुए तुलसी में जल चढ़ाना चाहिए।
कैसे की जाती है रामा तुलसी (Tulsi) और श्यामा तुलसी (Tulsi) की पहचान
अब बात करते हैं तुलसी के प्रकार की। अक्सर लोगों के घरों में रामा तुलसी और श्यामा तुलसी लगती है। रामा तुलसी की पत्तियां हल्के हरे रंग की होती हैं जबकि श्यामा तुलसी की पत्तियां गहरे हरे रंग या काले रंग की होती है।
तुलसी (Tulsi) का दान उचित या अनुचित
अब हम यह बताने की कोशिश करेंगे कि तुलसी (Tulsi) को दान किया जा सकता है या नहीं। अपने घर में लगी हुई तुलसी को दान नहीं करना चाहिए। अगर आपको दान करना है तो आप किसी नर्सरी से तुलसी का पौधा लाकर दान कर सकते हैं। क्योंकि हमारे घर में लगी हुई तुलसी लक्ष्मी स्वरूपा होती हैं और अगर किसी को हम घर की तुलसी दान करते हैं तो हमारे घर से लक्ष्मी रूठ जाती हैं। तुलसी दान करने का सबसे अच्छा दिन देव उठान एकादशी है। यदि आप तुलसी खरीद कर ला रहे हैं तो उसके लिए गुरुवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है। इसलिए हम कह सकते है की तुलसी का दान सर्वथा उचित है।
विज्ञान की द्रष्टि में तुलसी (Tulsi) की महत्ता
वैज्ञानिक तौर पर माना जाता है कि तुलसी में बहुत ज्यादा ऑक्सीजन होती है। यह रात में भी ऑक्सीजन देती है। इसलिए तुलसी लगाने से घर में शुद्ध वातावरण और ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा रहती है और शरीर स्वस्थ रहता है। तुलसी की पत्तियों के काढ़े से कफ की वात की समस्या खत्म हो जाती है। तुलसी से बहुत सारे रोगों में फायदा मिलता है। पाचन क्रिया अच्छी रहती है। इसीलिए तो उसको माता का रूप दिया गया, क्योंकि एक यह बहुमूल्य औषधि है।
पूजा के तौर पर तुलसी (Tulsi) का प्रयोग
तुलसी की पत्तियों को अपने मंदिर में रखें और गणेश जी पर और दुर्गा मां पर कभी भी तुलसी की पत्तियां नहीं चढ़ाई जाती हैं। तुलसी की पत्तियां बार-बार तोड़कर तुलसी माता को कष्ट न पहुंचाएं। तुलसी की जो पत्तियां आप मंदिर में चढ़ाते हैं उसको बार-बार धोकर दोबारा उपयोग में लिया जा सकता है। तुलसी के पौधे के आसपास हमेशा सफाई रखें। तुलसी के आसपास गंदगी होने पर तुलसी अपने आप सूख जाती है। तुलसी पर जल चढ़ाने के बाद उसकी सात परिक्रमा जरूर करें।
FAQ
प्रश्न : तुलसी का दान कब करना चाहिए?
उत्तर : तुलसी दान करने का सबसे अच्छा दिन देव उठान एकादशी है।
प्रश्न : तुलसी के पौधे में दूध चढ़ाने से क्या होता है?
उत्तर : तुलसी के पौधे में जल के साथ दूध चढ़ाने से घर में सुख सम्रद्धि के साथ धन धान्य की वृद्धि होती है।
प्रश्न : घर में कौन सी तुलसी लगनी चाहिए?
उत्तर : घर में रामा या श्यामा दोनों में से कोई भी एक तुलसी को लगा सकते हैं। परन्तु कुछ वास्तु मान्यताओं के आधार पर रामा तुलसी को लगाने की बात भी प्रचलन में हैं क्यों कि रामा को श्री तुलसी भी कहा जाता है। जो कि जीवन में सौभाग्य वृद्धि के लिए मान्य है।
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